“शिक्षक के अनेक रूप “
कचरे के ढेर से सब्जी उठाते हुए उस महिला से सीखा ,जिंदगी में मुसीबतो से ना हारना ll बाजार की भीड़ में एक बच्चे के कंधे पर कूड़े का थैला…
कचरे के ढेर से सब्जी उठाते हुए उस महिला से सीखा ,जिंदगी में मुसीबतो से ना हारना ll बाजार की भीड़ में एक बच्चे के कंधे पर कूड़े का थैला…
कभी वह माँ जैसी ममता दिखाती है ,तो कभी छोटी बहन जैसी लड़ती है II कभी वह दादी जैसी बड़ी बड़ी बातें करती है ,तो कभी नादान बच्चे जैसी जिद्द…
जहाज में सफर करते हुए ना जाने क्यूं ,साइकिल की चेन का उतरना याद आ गया ll थाली में रोटी छोड़ते हुए ना जाने क्यों ,कचरे के ढेर से उस…
अँधेरे में थे हम आपने रोशनी दिखाया ,जीवन में कुछ अच्छा बनने का सपना दिखाया II माँ ने मुझे जन्म दिया , आपने जीना सिखाया ,क्या सही क्या गलत है…
कल क्या किया इतना क्यों सोचते हो ,आज मिला है फिर से आओ इसे जी लेते है !! देखो वक़्त की रफ़्तार आज फिर आ गया उतना ही समय लेकर…
II आंधी इतनी तेज थी कि मानो उड़ा ले जातीन जाने बीच में कहां से मां का आंचल आ गया lI
मैं निकल पड़ा आज हिम्मत को खोजने…..बहुत दूर तक गया पर कहीं मिला नहीं….. जब लौट रहा था थक हार कर…..तभी एक चीख सुनाई दी मुझे…. मैंने देखा कुछ लोग…
II आज वह मां सोई नहीं होगी ,आज भी उसे अपनी बेटी के आने का इंतजार होगा ll ll आज भी उसकी आंखों में वही सपने होंगे,जिसे कभी उसकी बेटी…
यूं तो आदत नहीं मुझे रात में जगने की ,लेकिन तेरी याद मुझे सोने नहीं देती है ll चाहा कई बार तुझे नींद से जगाने की ,लेकिन तेरी यह नासमझ…
ये कहना सही नहीं की अंधेरा बहुत है ,तुम एक बार इन आँखों को खोलो तो सही !! जिन्हे समझ बैठो हो तुम अपनी राहों में पत्थर,उन्हें एक बार गले…